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Showing posts from August, 2017

कबडडी में देशभर के युवाओं की प्रेरणा बना खेत में फावडा चलाने वाला ये जाट नितिन तोमर

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कबडडी का रोमांच देशभर में चरम पर है, खासतौर से युवा इस खेल में खासी दिलचस्पी ले रहे है। प्रो कबड्डी लीग ने भारत के गांव-गांव में खेले जाने वाले इस पारंपरिक खेल की पूरी दुनिया में दिलचस्पी बडा दी है। इस बार प्रो कबड्डी लीग में वेस्ट यूपी के बागपत जिले का एक जाट खिलाडी युवाओं के दिलों पर छाया है। इस सीजन का ये सबसे महंगा खिलाडी है इनका नाम है नितिन तोमर। नितिन तोमर साधारण परिवार से है और वह पहलवानी करना चाहते थे, लेकिन किस्मत देखिये कबडडी को चुनने वाले नितिन तोमर ने पहली बार में सबसे महंगा खिलाडी बनकर एक ऐसा रिकार्ड कायम कर दिया है, जो सभी को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। कबडडी जैसे भारतीय पारंपरिक खेल की तरफ युवाओं की रुचि कम ही थी, लेकिन प्रो कबड्डी लीग ने युवाओं को इस खेल को अपना कैरियर बनाने की राह दिखाई, जिसके सबसे बडे आदर्श बनकर उभरे है नितिन तोमर। खेत में फावडा चलाने वाले नितिन तोमर यूं ही कबडडी के सरताज नहीं बन गये, इसके पीछे उनकी जबरदस्त मेहनत छिपी हुई है। प्रो कब्बडी लीग के सभी मैचों में अपना बेहतरीन प्रदर्शन करके दिखाने वाले उत्तर प्रदेश के नीतिन तोमर यूपी योद्धा के कप्तान ह

Jat Regiment Interesting Facts | जाट बलवान , जय भगवान ।

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जाट रेजीमेंट के बारे मे रोचक तथ्य  Jat Regiment Interesting Facts स्थापना वर्ष : 1795 आदर्श वाक्य : “ संगठन व वीरता ” युद्धघोष : “ जाट बलवान जय भगवान ” मुख्यालय : बरेली, उत्तरप्रदेश आकार : 23 बटालियन जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है और भारत में सबसे पुरानी और सबसे अधिक पदक प्राप्त करने वाली रेजीमेंट में से एक है। अपने 200 से अधिक वर्षों के जीवन में, रेजिमेंट ने पहले और दूसरे विश्व युद्ध सहित भारत और विदेशों में अनेक युद्धों में भाग लिया है। सन 1839 से 1947 के बीच यह रेजिमेंट 9 वीरता , 2 विकटोरिया और 2 जॉर्ज पुरस्कारों के साथ 41 युद्ध सम्मान प्राप्त कर चुकी है । जाट रेजिमेंट के पास 2 अशोक चक्र , 35 शौर्य चक्र , 10 महावीर चक्र , 2 विक्टोरिया क्रॉस , 2 जॉर्ज सम्मान , 8 कीर्ति चक्र , 39 वीर चक्र , और 170 सेना पदक भी शामिल हैं । ये काफी पुराने आंकड़े है इसलिए नए आंकड़ो के अनुसार जाट रेजिमेंट के पास इनसे भी ज्यादा पदक है । इस रेजिमेंट में मुख्यतः पश्चिमी उत्तरप्रदेश , हरियाणा , राजस्थान और दिल्ली के हिन्दू जाटों की भर्ती की जाती है । ज

खाप पंचायत जाट जाति की सर्वोच्च न्याय व्यवस्था

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खाप पंचायत जाट जाति की सर्वोच्च न्याय व्यवस्था हैं मीडिया औऱ भाजपा सरकार ने हमारी न्याय व्यवस्था को बहुत बदनाम किया, क्योंकि इन्हें पता हैं जब तक खाप हैं तब तक  जाट हैं मजबूत हैं आज भी जहाँ खाप पंचायत हैं वहाँ के जाट सबसे ताकतवर होते हैं आज यह व्यवस्था सिमटकर आधे हरियाणा औऱ पश्चिमी उoप्रo के 4 जिलों तक सीमित हो गई हैं खाप पंचायत का सबसे ज्यादा प्रभाव मुजफ्फरनगर, शामली, बागपत, सोनीपत, रोहतक, झज्झर औऱ जींद इन्हीं सात जिलों मे सिमट गया हैं ये हमारे लिए चिंता का विषय है भारत मे जाट 8 करोड़ हैं औऱ 124 जिलों मे प्रभाव रखते हैं उनमें से बस 7 जिलों मे सिमट गई , हमारी प्राचीन न्याय व्यवस्था हमारा सविंधान . खाप पंचायत (जाटलैंड) की राजधानी सौरम (मुजफ्फरनगर) मे हैं यही से पूरे भारत की खापो का फरमान जारी होता था जोकि सिंध, पंजाब, राजस्थान, मध्यप्रदेश, प्राचीन हरियाणा तक के जाटो को एक कर देती थी आज खाप पंचायत मुजफ्फरनगर के आसपास के जिलों मे बच गई हैं औऱ अगर हम अभी भी जागरूक नहीं हुए तो हम अपनी प्राचीन धरोहर को खो देंगे, जोकि हमारी जाति के नाश का कारण बनेगी , बस एक बात ध्यान रखना चाहे ह

पश्चिमी उत्तर प्रदेश (जाटलैंड) के ऐसे पांच गाव

पश्चिमी उत्तर प्रदेश (जाटलैंड) के ऐसे पांच गाव जो पुरे प्रदेश में अपनी अलग पहचान रखते है जाटों में गावो का महत्तव प्राचीन काल से है ऐसे ही प्रसिद्ध गाव , 1- सिसोली (मुज्फ़रनगर) बालियान गोत्र का ये गाव बाबा टिकैत का जन्म स्थल है प्राचीन काल से ये योध्ययो का गाव रहा है इस गाव ने 3 p.m और 5 c.m को करवे से पानी पिया रखा है एक समय ये गाव भारत की किसान राजनीती निर्धारित करता था प्राचीन काल से ही ये गाव बालियान खाप की राजधानी रहा है और प्राचीन काल से ही बालियान जाटों की एक बड़ी और दबंग गोत्र मानी जाती थी इसी गोत्र में सर्व खाप का मुख्यालय था 2- मलकपुर (बागपत) तोमर गोत्र का ये गाव पहलवानों के लिए जाना जाता है इस गाव में 3 अर्जुन अवार्ड है कब्बडी के भी काफी खिलाडी है इस गाव की टक्कर के पहलवान पुरे भारत में नही है अगर भारत सरकार सहयोग करे तो ओलिंपिक में कई मैडल दिला सकता है इस गाव का नाम भी बहुत प्रसिद्ध है 3- भैंसी (मुज्फ़रनगर ) अहलावत गोत्र का ये गाव आज भी लुटेरो का गाव कहा जाता है ये गाव प्राचीन काल में डीगल के लुटेरो ने बसाया था इस गाव के डकैत बहुत प्रसिद्ध थे आज ये गाव खतौली के आस पास के 1