जाटलैंड :- जिला बिजनौर, पश्चमी यूपी
आज बताते हैं जिला बिजनौर के बारे में, उत्तराखंड की तलहटी में बसा जिला बिजनौर गंगा नदी से सुसज्जित है
बिजनौर को उत्तराखंड का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है
इस जिले में 22% जाट आबादी है जो कि जातिगत आधार पर सबसे बड़ी आबादी है, यहाँ की 50% से अधिक खेती की ज़मीन जाटो के पास है और जाट आर्थिक रूप से काफी सम्रद्ध भी हैं, 22% हिन्दू जाटो के साथ साथ जिले में अच्छी आबादी सिख जाटो की भी है जो अफजलगढ़, गंगा बैराज, चाँदपुर और नजीबाबाद क्षेत्र के ज़मीदार हैं..!!
बिजनौर मे मुख्य खाप तोमर और अहलावत है
बिजनौर मे तोमर गोत्र के 70-75 गांव हैं और अहलावत गोत्र के 65-70 गांव है
बिजनौर के पूर्व विधायक सुखवीर सिहं अहलावत(रालोद) रह चुके हैं
जिले में बड़े गोत्र तोमर, अहलावत, राठी, मलिक, राणा हैं और जाट एकता भी काफी प्रसिद्ध है...!
बिजनौर मे तोमर गोत्र के 70-75 गांव हैं और अहलावत गोत्र के 65-70 गांव है
बिजनौर के पूर्व विधायक सुखवीर सिहं अहलावत(रालोद) रह चुके हैं
जिले में बड़े गोत्र तोमर, अहलावत, राठी, मलिक, राणा हैं और जाट एकता भी काफी प्रसिद्ध है...!
इस जिले में चाँदपुर विधासभा को मिनी छपरौली भी कहा जाता है क्योंकि यहाँ से बड़े चौधरी साहब ने जिसको भी उम्मीदवार बनाया जाटो ने उसे ही जिताया है, जाटो की राजनीतिक पकड़ जिले में बहुत मजबूत है जो चुनाव को एकतरफा करने का मद्दा रखती है..!
बिजनौर जिले से एक से बढकर एक बडा नेता राजनिती करनी सीखा है
जिले के ज्यादातर जाट रालोदी रहे हैं
एक समय था कि चांदपुर विधानसभा सीट मिनी छपरौली के नाम से जानी जाती थी। यह सीट जाट नेताओं के लिए मुफीद रही है। जाट नेताओं में इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर मारामारी मची रहती थी। ये एक ऐसी सीट रही है, जिस पर चौधरी चरणसिंह के परिवार की भी नजर टिकी रहती थी। जाट और मुस्लिम इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं।
जिले के ज्यादातर जाट रालोदी रहे हैं
एक समय था कि चांदपुर विधानसभा सीट मिनी छपरौली के नाम से जानी जाती थी। यह सीट जाट नेताओं के लिए मुफीद रही है। जाट नेताओं में इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर मारामारी मची रहती थी। ये एक ऐसी सीट रही है, जिस पर चौधरी चरणसिंह के परिवार की भी नजर टिकी रहती थी। जाट और मुस्लिम इस सीट पर निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं।
चांदपुर विधानसभा क्षेत्र ऐतिहासिक भी है
नए परिसीमन में चांदपुर क्षेत्र के बड़ी तादात में हल्दौर क्षेत्र के जाट नहटौर विधानसभा क्षेत्र में व झालू व गंज क्षेत्र के जाट बिजनौर विधानसभा में चले जाने से इस सीट का मिनी छपरौली का रुतबा कुछ कम हो गया है।
चांदपुर सीट पर अब तक आठ बार जाटों ने कब्जा जमाया है। बिजनौर सीट पर नौ बार जाटों का कब्जा रहा।
बिजनौर से वर्तमान मे सुचि चौधरी विधायक है
नए परिसीमन में चांदपुर क्षेत्र के बड़ी तादात में हल्दौर क्षेत्र के जाट नहटौर विधानसभा क्षेत्र में व झालू व गंज क्षेत्र के जाट बिजनौर विधानसभा में चले जाने से इस सीट का मिनी छपरौली का रुतबा कुछ कम हो गया है।
चांदपुर सीट पर अब तक आठ बार जाटों ने कब्जा जमाया है। बिजनौर सीट पर नौ बार जाटों का कब्जा रहा।
बिजनौर से वर्तमान मे सुचि चौधरी विधायक है
बिजनौर लोकसभा सीट पर भी जाटो का कब्जा रहा है
बिजनौर लोकसभा सीट में मुरादाबाद मंडल का चांदपुर व बिजनौर विस क्षेत्र, सहारनपुर का पुरकाजी व मीरापुर और मेरठ मंडल का हस्तिनापुर क्षेत्र शामिल है। जो नेता बिजनौर सीट से जीतता है, वही इन तीनों मंडलों को अपनी कर्मभूमि के रुप में देखता है।
अकेले बिजनौर मे तीन लोकसभा सीट है
बिजनौर लोकसभा सीट में मुरादाबाद मंडल का चांदपुर व बिजनौर विस क्षेत्र, सहारनपुर का पुरकाजी व मीरापुर और मेरठ मंडल का हस्तिनापुर क्षेत्र शामिल है। जो नेता बिजनौर सीट से जीतता है, वही इन तीनों मंडलों को अपनी कर्मभूमि के रुप में देखता है।
अकेले बिजनौर मे तीन लोकसभा सीट है
चौधरी चरण सिंह को जनपद बिजनौर से काफी लगाव रहा है। उन्होंनें चांदपुर में भी अनेक बार जनसभाओं को सम्बोधित कर क्षेत्रवासियों से रूबेरू हुए हैं। चौधरी साहब की दो लड़कियों की शादी जनपद में ही हुई है। चांदपुर विधान सभा क्षेत्र के गांव शादीपुर मिलक में पुत्री शारदा की इंजीनियर वासदेव सिंह के साथ जो वर्तमान में अमेरिका मे हैं तथा नजीबाबाद विधान सभा क्षेत्र के गांव हाजीपुर में एसपी सिंह के साथ शादी हुई है। जो पुलिस कमिश्रर हैं। चौधरी चरण सिंह ने हमेशा से ही किसानों की लड़ाई लड़ी है। बताते हैं कि चांदपुर शुगर मिल भी चौधरी चरण सिंह के प्रयासों की ही देन है। किसानों की लड़ाई लड़ते हुए चौधरी साहब ने अपने मुख्यमंत्री काल में मंडी समिति की स्थापना कराई।
चौधरी चरण सिंह के साथ शिक्षा ग्रहण करने वाले बाबू लाखन सिंह ढाका ने आजादी की लड़ाई में अपनी आखिरी साँस तक लगा दी l उनका जन्म माहेश्वरी-जट नामक एक गांव में हुआ था।
चौधरी चरण सिंह के साथ शिक्षा ग्रहण करने वाले बाबू लाखन सिंह ढाका ने आजादी की लड़ाई में अपनी आखिरी साँस तक लगा दी l उनका जन्म माहेश्वरी-जट नामक एक गांव में हुआ था।
वर्तमान सांसद कुँवर भारतेंद्र सिंह काकरान जाट रियासत के राजा हैं जिनके दादाजी ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के लिए 1500 बीघे ज़मीन दान दी थी और हर की पौड़ी हरिद्वार का हिस्सा भी इनकी रियासत में ही था..!!
कबड्डी के सुपरस्टार रेडर राहुल चौधरी जिला बिजनौर के ग्राम जलालपुर छोईया से आते हैं और दूसरे रेडर रोहित चौधरी जो ग्राम बागड़पुर से आते हैं, जलालपुर, बागड़पुर, भरेरा, छाछरी, पीपली जट जैसे अनेक गाँव कबड्डी का गढ़ कहे जाते हैं,वेटलिफ्टिंग में गिलाड़ी गाँव के जाट दूर दूर तक मशहूर हैं, कुश्ती में बिजनौर केसरी नांगल जट निवासी राहुल सिंह कई सालों से अपने नाम करते आ रहे हैं
17 वे एशियन गेम इचिंयोन गोल्ड विजेता कुश कुमार भी बिजनोर के ही हैं और लगभग हर खिताब जाट ही जीतते हैं,बिजनौर के नेहरू स्टेडियम में हर खेल में 70% से अधिक जाट ही प्रशिक्षण लेते हैं और मेडल लाते हैं..!
17 वे एशियन गेम इचिंयोन गोल्ड विजेता कुश कुमार भी बिजनोर के ही हैं और लगभग हर खिताब जाट ही जीतते हैं,बिजनौर के नेहरू स्टेडियम में हर खेल में 70% से अधिक जाट ही प्रशिक्षण लेते हैं और मेडल लाते हैं..!
अगर आप बिजनौर जिले से सुबह या शाम के समय निकल रहे हैं और 20 30 युवाओं की टोली कसरत करते या दौड़ते मिल जाए तो ये आम बात है,जिले के हर गाँव से सेना, पुलिस, अर्धसैनिक बल में हजारों जाट भर्ती हैं...!
जिले में स्वहेड़ी, आदमपुर, गड़ी, कंभोर, बागड़पुर, इस्माईलपुर, धारूवाला आदि के जाट बहुत दबंग हैं, सुनील ढाका, कपिल कटार जैसे बदमाश भी जिले से निकले हैं..!
एक वाख्या तब का है जब बाबा टिकैत ने गुस्से में मायावती को कुछ कह दिया था तो पुलिस बाबा टिकैत को अरेस्ट करने पहुँची, जाट ढाल बनकर खड़े हो गए थे अगर बाबा को ले जाना है तो हमसे युद्ध करके ले जाओ पुलिस ने बाबा टिकैत को हाथ भी नहीं लगाया था और बाबा बैराज होते हुए खुल्ले शेर की तरह अपने घर गए थे..!
जिला में सबसे ज़्यादा डॉक्टर, टीचर जाट ही हैं और अधिकतर जिला टॉपर जाट ही होते है इस बार भी काजल रानी ने जिला टॉप किया है, दिल्ली मेट्रो के वर्तमान MD मंगू सिंह डबास इसी जिले से हैं, सारे बड़े अस्पताल और प्रतिष्ठान जाटो के ही हैं..!
पूरे देश में सबसे बड़ा गन्ना उगाने के रिकॉर्ड चांदपुर विधासभा के जाट के पास है और देश में सबसे मीठा गन्ना यही के जाट उगाते हैं...!!
बिजनौर ने अपना एक और नया इतिहास बना दिया है ।
आज तक इतना मीठा गन्ना भारत मे पैदा नही हुआ और इतनी पैदावार भी कहीं नही हुयी ।
बिजनौर मे देश-विदेशो से गन्ना देखने लोग आ रहे हैं
आज तक इतना मीठा गन्ना भारत मे पैदा नही हुआ और इतनी पैदावार भी कहीं नही हुयी ।
बिजनौर मे देश-विदेशो से गन्ना देखने लोग आ रहे हैं
जाट एकता ज़िंदाबाद
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